दस्त क्या है, कारण, लक्षण और दस्त रोकने के उपाय, dast ka ilaj in hindi.

दस्त क्या है, दस्त के कारण, दस्त के लक्षण, दस्त रोकने के उपाय, dast Ka ilaj in hindi.

आज के समय में खाने पीने की वस्तुएं इतनी बढ़ गई है कि आज हम खाने की वस्तुओं की गिनती नहीं कर सकते। आज व्यक्ति इतना मॉडर्न हो चुका है कि फल तथा सब्जियों की जगह है चटपटा तथा फास्ट फूड को खाना ज्यादा पसंद करता है। चटपटा तथा फास्ट फूड खाने के चक्कर में व्यक्ति अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देता है जिस कारण वह कई बार दस्त का शिकार बड़ी आसानी से हो जाता है।
आज पानी इतना ज्यादा दूषित हो चुका है कि बहुत ही कम लोग साफ पानी पी पाते हैं। भारत जैसे गरीब  देश के लोगों को साफ पानी बहुत ही कम मिलता है जिस कारण भारत की बहुत बड़ी आबादी दस्त का शिकार हो जाती है।
तला हुआ दूषित भोजन तथा दूषित पानी भारत में दस्त होने की मुख्य वजह में से एक है। दस्त क्या है, दस्त होने के क्या कारण है , दस्त के लक्षण दस्त का इलाज क्या है, इन सभ की जानकारी निम्नलिखित हैं ।

 दस्त क्या है?

दस्त को डायरिया भी कहा जाता है। जब आपको दस्त की समस्या होती है तो आपको दिन में एक से ज्यादा बार मल त्याग करने के लिए जाना पड़ता है। दस्त होने पर मल बिल्कुल पानी की तरह निकलता है।

एक स्वस्थ व्यक्ति को भी दस्त की समस्या हो सकती है। जो लोग स्वस्थ भोजन का सेवन नहीं करते उन लोगों को दस्त की समस्या अन्य लोगों के मुकाबले अधिक होती है। Fast food तथा तला हुआ भोजन खाने वाले लोगों को दस्त/डायरिया अधिक होता है।

दस्त के प्रकार/डायरिया के प्रकार, types of diarrhea.

दस्त अथवा डायरिया आमतौर पर तीन प्रकार का होता है।

1.Acute diarrhoea- एक्यूट डायरिया सबसे अधिक और आम होने वाला डायरिया है। एक्यूट डायरिया 1 दिन से 2 दिन तक रहता है।

2.Persistent diarrhoea- इस प्रकार का दस्त आमतौर पर 2 दिन से 4 हफ्तों तक रहता है।

3.Chronic diarrhoea- इस प्रकार का डायरिया चार हफ्तों से भी अधिक समय तक रहता है।

दस्त के कारण/डायरिया के कारण causes of diarrhea

1.खान-पान -कुछ खाने की चीज़े तथा पेय पदार्थ दस्त अथवा डायरिया की संभावना को बढ़ा सकते हैं। कभी-कभी हमारी पाचन प्रणाली को कुछ प्रकार के शर्करा को पचाने में समस्या पैदा हो जाती है जैसे कि शराब और lactose इत्यादि।

Sugar alcohol फलों, सब्जियों तथा मिठाइयों में बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है। हमारी छोटी आंत बहुत अधिक मात्रा में शुगर अल्कोहल हो ठीक प्रकार से पचा नहीं पाती जिससे दस्त हो सकता है।

2.इन्फेक्शन- वायरस, परजीवी, तथा बैक्टीरिया के कारण पेट में दर्द, उल्टियां, जी मचलना, तथा आंतों में सूजन हो सकती है। इन सभी कारणों की वजह से दस्त/डायरिया हो सकता है।

3.आंतों की बीमारी- आंतों की बीमारी हमारे पाचन तंत्र की एक बड़ी समस्या है। आंतों की बीमारी के कारण डायरिया होना अथवा दस्त होना एक आम लक्षण है।

4.Chronic pancreatitis- क्रॉनिक पेनक्रिएटाइटिस में हमारी आंतों में सूजन आ जाती है, इसके कारण वसा प्रोटीन के टूटने की प्रक्रिया बाधित हो जाती है। इस वजह से डायरिया/दस्त हो सकता है।

5.अतिसक्रिय थायराइड- हमारे जिगर और पित्ताशय में होने वाले कई विकारों के कारण हमारी आंतो में वसा टूटने की प्रक्रिया रुक सकती है, इस वजह से डायरिया/दस्त होने की संभावना बढ़ सकती है।

6.दवाएं- कई प्रकार की दवाएं, जैसे की antibiotics के कारण डायरिया/दस्त हो सकता है। दवाओं की वजह से हमारी आंतों में बैक्टीरिया का प्राकृतिक संतुलन बिगड़ सकता है।

डायरिया के लक्षण, दस्त के लक्षण, symptoms of diarrhea.

  • उल्टी आना।
  • बुखार।
  • निर्जलीकरण।
  • भूख में कमी।
  • ऐठन।
  • पेट की खराबी।
  • पानी जैसे दस्त।
  • सूजन।
  • मल में खून आना।
  • कमजोरी महसूस होना।
  • अधिक प्यास लगना।
  • चक्कर आना।

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प्रिय दोस्त, अगर आप दस्त रोकने के उपाय अथवा दस्त का इलाज जानना चाहते हैं तो मैं आपको दस्त रोकने का सबसे बढ़िया और सही इलाज बताऊंगा जिससे आपकी दस्त बिल्कुल ही ठीक हो जाएगी। मैं आपको घरेलू तरीकों से दस्त रोकने के उपाय बताऊंगा जिससे आपको पैसे खर्च करने की कोई जरूरत नहीं होगी। दस्त रोकने के उपाय अथवा दस्त का घरेलू उपाय निम्नलिखित हैं दो प्रिय दोस्त इन उपायों को ध्यान से पढ़ना।

1.अधिक पानी पीए- डायरिया/दस्त की वजह से हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। डायरिया/दस्त की वजह से हमारा शरीर सोडियम और क्लोराइड जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स को खो देता है।

डायरिया/दस्त को ठीक करने के लिए हमारे शरीर में पानी की कमी को पूरा करना अति आवश्यक है, नहीं तो हमारा शरीर निर्जलीकरण का शिकार हो जाता है। निर्जलीकरण अथवा पानी की कमी बच्चों और वयस्कों के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। पानी पीना निर्जलीकरण से बचने के लिए सबसे आसान तरीका है। निर्जलीकरण को ठीक करने के लिए डॉक्टर भी ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन(ORS) को पीने की सलाह देते हैं। आप बाजार से आसानी से ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन को खरीद सकते हैं, इसलिए दस्त के इलाज के लिए ‘पानी पीना’ सबसे उत्तम तथा बढ़िया उपाय है।

2.अदरक और नींबू-एक चम्मच अदरक और एक चम्मच नीबू का रस निकाल लीजिए। इन दोनों रसों को मिलाकर उसमें अपने स्वाद अनुसार काली मिर्च को मिला लीजिए। मिश्रण को सुबह शाम पीजिए, इससे आपको बहुत जल्द दस्त/डायरिया से निजात मिलेगा।

3.दही-कुछ बैक्टीरिया हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायक होते हैं। दही में कुछ ऐसे बैक्टीरिया मौजूद होते हैं जो हमारे दस्त का इलाज करने में हमारी मदद करते हैं। यह बैक्टीरिया हमारे पेट में दस्त को ठीक करने के लिए लैक्टिक एसिड बनाते हैं।

4.सौंफ और जीरा-दस्त रोकने के उपाय में सौंफ और जीरा भी एक महत्वपूर्ण औषधि है। सौंफ और जीरे को बराबर मात्रा में भून कर इन्हें पीस लें। इस पिसे हुए मिश्रण को आधा या एक चम्मच दिन में 3 बार पानी के साथ लें, इससे आपके दस्त का इलाज आसानी से हो जाएगा।

5.केला- अगर आपको बार-बार मोशन हो रहा है जिससे आप बहुत परेशान हो चुके हैं तो आपको केले का सेवन करना चाहिए। केले में पेक्टिन नामक तत्व मौजूद होता है जो पेट को बांधने का काम करता है। इसके अलावा केले में पोटेशियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो हमारे पेट के लिए बहुत लाभदायक है।

6.संतरे का छिलका- सूखे हुए संतरे के छिलके का चूर्ण बना लीजिए और मुनक्के के सूखे हुए बीजों का भी चूर्ण बनाकर उन्हें मिला ले। इस चूर्ण को आप प्रतिदिन पानी के साथ पीए।

7.दही और चावल- दस्त रोकने के उपाय में दही और चावल एक महत्वपूर्ण उपाय है। दस्त के समय दही और चावल हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। दस्त का इलाज करने के लिए आप पहले चावल बना ले फिर उसमें दही मिला लें। स्वाद के लिए आप चीनी या शक्कर भी मिला सकते हैं। दही और चावल के सेवन से कुछ दिनों में आपका दस्त ठीक हो जाएगा।

8.मूंग दाल की खिचड़ी-जब हम दस्त से पीड़ित होते हैं तो हमारा पाचन तंत्र ठीक से काम नहीं कर रहा होता है, इसलिए हमें कोई भी ऐसा भारी भोजन नहीं खाना चाहिए जिसे पचाने में हमारे पाचन तंत्र को मुश्किल हो। हम मूंग दाल की खिचड़ी को खा सकते हैं। मूंग दाल की खिचड़ी के साथ हम दही का भी सेवन कर सकते हैं।

9.गर्म पानी और घी- एक कटोरी गर्म पानी में आधा चम्मच शुद्ध गाय का घी मिला ले और इस पानी का सेवन करें ।यह आपके दस्त का इलाज करने में बहुत  लाभदायक सिद्ध होगा।

10.प्रोबायोटिक्स लेना-2010 में 60 अलग-अलग शोधकर्ताओं से पता चला है कि प्रोबायोटिक्स लेने से डायरिया/दस्त को ठीक किया जा सकता है।

11.उचित भोजन का सेवन करें-डायरिया/ दस्त को ठीक करने के लिए हमें उचित भोजन का सेवन करना होगा। हमें ऐसे भोजन का सेवन करना होगा जिससे हमारे डायरिया/दस्त का इलाज हो सके। डायरिया दस्त को ठीक करने के लिए उचित भोजन निम्नलिखित है:-

  • आलू तथा शकरकंदी-आलू तथा शकरकंदी में पोटैशियम अधिक मात्रा में होता है जो दस्त को ठीक करने में लाभकारी है।
  • दस्त के कारण हमारे शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो जाती है इसलिए हमें ऐसे भोजन का सेवन करना चाहिए जिसमें इलेक्ट्रोलाइट्स हो, जैसे कि स्पोर्ट्स ड्रिंक और miso soup
  • पकी हुई नर्म सब्जियां

दस्त के समय जरूरी सावधानियां:-

अगर आपको दास्तां लगा है तो आपको पपीते का सेवन नहीं करना चाहिए। पपीते के सेवन करने से दस्त की समस्या और बढ़ सकती हैं।
दूध ना पिए-दूध दस्तावर होता है इसलिए दस्त के समय दूध पीने से दस्त और ज्यादा बढ़ जाता है।

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